Personal Finance Planning, महंगाई के इस दौर में 80% लोगों के पर्सनल फाइनेंस पर एक कहावत सटीक बैठती है – आमदनी अठन्नी, खर्चा रुपैया! लेकिन 20% लोग ऐसे भी है, जिनकी कमाई भले कम हो, लेकिन उनके पास अपना घर होता है, सेविंग अकाउंट में इमरजेंसी फंड्स होते है, अपना बीमा भी होता है और वो अच्छी खासी इन्वेस्टिंग भी कर चुके होते है|
मगर कैसे? तो इसका राज है personal finance – जिसमें अपनी कमाई के हिसाब से खर्च को कंट्रोल करने का प्लान बनाया जाता है| जिससे पैसों की बचत की जा सके| और आज हम आपको पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी पूरी जानकारी दे रहे है, तो पूरा आर्टिकल जरुर पढ़िएगा|
पर्सनल फाइनेंस का महत्त्व क्या है? – How to get financially free with help of personal finance
Personal Finance planning – जिसे हिंदी में व्यक्तिगत वित्त भी कहते है| इसके जरिये हम अपने पैसों का सही मैनेजमेंट कर सकते है| इस प्रक्रिया में सबसे पहले 50-30-20 Rule का इस्तेमाल किया जाता है| यानि हर महीने सैलरी आते ही हमें अपने पैसों को 3 हिस्सों में बांटना होता है|
पहला हिस्सा 50% – जरूरतों के लिए
दूसरा हिस्सा 30% – चाहतों के लिए
तीसरा हिस्सा 20% – सेविंग्स के लिए
Personal Finance planning. उदारहण: अगर आप हर महीने 50,000 रुपये कमातें है| तो उसमें से 50% हिस्सा यानि 25,000 आपको अपनी जरूरतों पर खर्च करना है, जैसे की खानें पीने की चीजें, बिजली का बिल, गाड़ी का पेट्रोल वगेरा! 30% हिस्सा आप अपनी चाहतों पर खर्च सकते हो जैसे की नए मोबाइल या गाड़ी के लिए पैसा जमा करना, नए कपड़े खरीदना, कहीं ट्रिप पर जाना, वगेरा! और 20% हिस्सा आपको SAVE करना है|
Note – अगर आपकी जरूरतों का खर्च ज्यादा है, जैसे की Home Loan और Car Loan या फिर Home Rent. तो आप अपनी चाहतों पर खर्च बंद करके जरूरतें पुरी सकते है, लेकिन सेविंग का 20% हिस्सा अलग करना, काफी जरुरी है| यानि यहाँ हमें समझ आ गया की इनकम के हिसाब से हमें har mahine kitne paise bachana chahiye.
Personal Finance planning?
सेविंग किये हुए पैसों को कैसे मैनेज करें? – How to Manage Savings in Hindi
Personal Finance planning..का नियम कहता है की आपके पास कम से कम 6 से 12 महीने का Runway होना चाहिए| यानी की अगर आपकी नौकरी या बिज़नस में कोई मुश्किल आ जाती है, तो आपको खर्च की चिंता ना हो| और ये पैसे आपके सेविंग अकाउंट में होने चाहिए, ताकि आप जरुरत पढने पर इन Emergency Funds का इस्तेमाल कर सको|
उदाहरण: अगर आपका महीने का खर्च 30,000 रुपये है| तो आपके पास कम से कम 1,80,000 रुपये की सेविंग्स होनी चाहिए और अगर आप Savings में 3,60,000 रुपये (12 महीने का खर्च) रखते है तो ज्यादा अच्छी बात है|
Paise kahan invest kare? – Investment for Financial Freedom in Hindi
एक बार Emergency Fund जमा होने के बाद आप अपनी एक्स्ट्रा सेविंग्स को इन्वेस्ट करना शुरू कर सकते है| देखिये, अगर आपको Financial Freedom चाहिए तो Investment तो करनी ही पड़ेगी, ताकि बढती महंगाई के सामने आपके पैसों का मूल्य(value) कम ना हो और Compounding से Retirement Age आते आते आप Financially Free हो पाए|
हालाकि इन्वेस्टमेंट में रिस्क तो होती ही है| इसलिए आप अपनी Risk Taking Capacity के हिसाब से Savings का कुछ हिस्सा कम रिस्क वालें इन्वेस्टमेंट ऑप्शन्स में लगा सकते है, तो थोडा सा हिस्सा रिस्क वाले इन्वेस्टमेंट ऑप्शन्स में! जिसमें से कुछ ऑप्शन हमने नीचे बताये है|
Low Risk Investment Options – बैंक फिक्स डिपाजिट, एम्प्लोयीज प्रोविडेंट फंड, लो रिस्क म्यूच्यूअल फंड्स (debt or hybrid funds), Insurance (personal, term, life etc.)
High Risk Investment Options – शेयर मार्किट, हाई रिस्क म्यूच्यूअल फंड्स (equity or index funds)
यहाँ क्लिक करकें जाने की Mutual Funds SIP से Financially Free कैसे बन सकते है?
इसके अलावा आपको Health और Term Insurance Plan जरुर लेना चाहिए, ताकि मुश्किल की घड़ी में आपको कभी पैसों की दिक्कत महसूस ना हो|
घर कब लेना चाहिए? – When is the Right Time to Buy House in Hindi
Personal Finance planning..हर मिडिल क्लास का एक ही सपना होता है अपना घर खरीदना! लेकिन सभी इसी बात से कंफ्यूज होते है की आखिर Ghar kab kharidna chahiye? तो Financial Experts के मुताबिक़ आपको घर खरीदने के लिए 20-30-20 Rule अपनाना चाहिए|
20 – Home Loan EMI Tenure 20 साल से ज्यादा का नहीं होना चाहिए|
30 – आपकी monthly income की 30% ही Loan EMI होनी चाहिए| यानि की अगर आप हर महीने 1 लाख रुपये कमाते है तो आपकी EMI 30,000 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए| ताकि अगले 20 सालों तक आपको हर महीने EMI भरने में ज्यादा परेशानी का सामना ना करना पड़े|
20 – आप जो भी घर खरीदें, आपके पास उसकी Minimum 20% Down Payment होनी चाहिए, ताकि कम होम लोन ले सकें, जिससे EMI भी कम आएगी|
इसके अलावा, हमारी एक सलाह ये रहेगी की घर खरीदने से पहले से लेकर होम लोन पूरी होने तक आप 3 EMI के पैसे अपने सेविंग अकाउंट में जरुर रखें, ताकि अगर किसी महीने पैसों की दिक्कत आती है तो आपको EMI की टेंशन ना रहे|
Frequently Asked Questions:
Personal Finance Kya Hai?
पर्सनल फाइनेंस पैसों को मैनेज करने का तरीका है| जिसमें पूरी कैलकुलेशन करके पैसों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाते है, जैसे की घर कब खरीदना चाहिए, हर महीने कितनी सेविंग करनी चाहिए और कहाँ निवेश करना चाहिए, वगेरा.
50/30/20 Rule Kya hai?
इस नियम के मुताबिक हमें हर महीने अपनी कमाई का 50% हिस्सा जरूरतों में इस्तेमाल करना चाहिए, 30% हिस्सा चाहत की चीजों में खर्चना चाहिए और 20% हिस्से की बचत करनी चाहिए|
निष्कर्ष – Conclusion
उम्मीद करते है इस आर्टिकल से आपको पर्सनल फाइनेंस क्या है, Ghar kab kharidna chahiye, 50/30/20 रूल और Personal Finance Importance के बारें में पूरी जानकारी मिली होगी| फिर भी अगर आपके कोई सवाल है, तो आप कमेंट्स में पूछ सकते है| वहीं अगर आप स्टॉक्स में निवेश करने के लिए Free Demat Account खुलवाना चाहते है, तो नीचे दी गयी लिंक पर क्लिक करके अपना “Upstox Demat Account” खुलवा सकते है|
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